शिवाम्बु (SHIVAMBU) का उपचार औऱ ज्यादा तर उपयोग विदेशो में होता है जिससे अपने स्वथ्य में सुधार होता है
हाल ही में बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार(Akshay Kumar) ने एक लाइव शो में कहा की वो रोज सुबह गौमूत्र(Cow Urine)का सेवन करते हैं जिससे वो काफी फिट और तंदुरुस्त रहते है
शिवाम्बु का मतलब की खुद का मूत्र(Own Urine)पी जाना जिसको लोग यूरिन थेरेपी और स्वमूत्र चिकित्सा पद्धति भी कहते है खुद का मूत्र पीना ये सुनते ही कई लोग मुँह कुला लेंगे लेकिन हमारे पूर्वजों ने बताया है कि किसी घाव पर अपना मूत्र लगाने से वो घांव ठीक हो जाता है वैसी ही अपना मूत्र पिने से कई बीमारी से बचा जा सकता है
आपको पता है मानव मूत्र में दुनिया के कई रोगों को दूर करने की दवाईया मौजूद हैं आपके मूत्र में 95% पानी होता है और दूसरे में मेडिकल इम्पोर्टेन्ट एलिमेंट होते है जो ब्रैन स्ट्रोक और हार्ट अटैक को रोक सकता है
हमारे मूत्र का स्वाद थोड़ा कड़वा और नमकीन होता है
सुबह सुबह जो यूरिन होता है वो सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि जब आप सो रहे होते हैं तब आपका शरीर कई मेडिकल एलिमेंट बनाता है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है
विदेशो में ऐसी मान्यता है कि रोज खुदका मूत्र पीने से रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है शिवाम्बु यानी कि यूरिन थेरेपी किसी रुपये के खर्च के बिना हो सकती है जिसको गरीब हो या अमीर कोई भी ट्राय कर सकता है
क्या आपको पता है भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई भी शिवाम्बु पद्धति का उपयोग करते थे यानी की खुद का मूत्र पी जाते थे उसका मानना था कि उसका पेशाब बीमारी से मुक्त रखने के लिये कारगर साबित होता है इसका दावा मोरारजी भाई देसाई ने कई बार खुले आम किया है
मोरारजी भाई ने यूरिन थेरेपी पर एक पुस्तक भी लिखा है जिसका नाम है Miracle Of Urine Therapy जो अभी अमेज़ॉन पर उपलब्ध है
खुद का मूत्र पीने की शरुआत अब धीरे धीरे भारत में भी होने लगी है
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री जिवराज मेहता ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि मानव मूत्र सिर्फ शरीर में से निकलने वाला कचरा नही है बल्कि भगवान की दी हुई रोगो को दूर करने की उत्तम औषधि है
वर्ष 2012 में पश्चिम बंगाल विश्वभारती परिसर की वॉर्डन उमा पोद्दार ने कक्षा पांच की बच्ची को बिस्तर गिला करने पर अपना मूत्र चाटने पर मजबूर किया था क्योंकि उमा पोद्दार मानती थी कि मूत्र पीने से बिस्तर गीला करने की बीमारी दूर हो जाती है
जिसका मामला मीडिया में आने के बाद दिल्ली तक इसकी गूंज उठने लगी, बच्ची के माता-पिताने वॉर्डन उमा पोद्दार के खिलाफ केस भी करवाया था
वॉर्डन के बचाव में स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उसको भी ऐसी बीमारी थी इस बीमारी से निपटने के लिये उसने भी शिवाम्बु यानी स्वमूत्र चिकित्सा पद्धति का सहारा लिया था
किसी को दांत से मिलती जुलती समस्या हो तो सबेरे अपने यूरिन को मुँह में भरके कुल्ला करने से दांत की समस्या से निजात पा सकते हैं
हमारे एक मित्र ने लिखा है की उसको बालों में डेंड्रफ की समस्या थी उसने यूरिन थेरेपी शरू की और अपने बाल पे शैम्पू की जगह खुद के मूत्र का इस्तेमाल किया और दो वीक के बाद डेंड्रफ गायब उसके दोस्तों ने पूछा तूने तो बहुत बढ़िया शेम्पू का इस्तेमाल किया लगता है मित्र ने कहा हा बहुत बढ़िया भी और फ्री
बहुत सारे लोग पूछते रहते हैं कि इस चिकित्सा का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नही हैं लेकिन आपको बता दु की यही मानव मूत्र से चीन, जापान, स्वीडन जैसे देशों में यूरिन से दवाईया बनती है


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